Saturday 12 March 2016

shayri2

चलो अच्छा हुआ, जो तुम मेरे दर पे
नहीं आए , तुम झुकते नहीं, और मै
चौखटें ऊंची कर नही पाता …
*******
समेट कर रखे ये कोरे पन्ने एक रोज
बिखर जाएंगे …
जिंदगी तेरे किस्से खामोश रहकर
भी बयां हो जाएंगे…
*******
कोई अजनबी ख़ास हो रहा है,
लगता है फिर प्यार हो रहा है !!
*******
वो तूफ़ान है या ज़लज़ला है,
जो भी है है बड़ा दिलजला है ।
*******
मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,
दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हु मैं…
*******
“हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते …..
वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते”
*******
मैंने पूछा लोग कब चाहेंगे, मुझे
मेरी तरह……
बस मुस्कुरा के कह दिया सवाल अच्छा है….!!
*******
उसने यह सोचकर अलविदा कह
दिया……
गरीब लोग हैं, मुहब्बत के सिवा क्या देँगे…..!!
*******
न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,,
क्या गजब की नीँद थी मोहब्बत से पहले…
*******
मैं क्या महोब्बत करूं किसी से, मैं तो गरीब हूँ….
लोग अक्सर बिकते है, और खरीदना मेरे बस में नहीं….
*******
अब तो इन आँखों से भी जलन होती है मुझे…
खुली हो तो ख्याल तेरे!
बंद हो तो ख़्वाब तेरे!..
*******
मेरी आँखों को सुर्ख़ दैख कर केहते हे लौग,,
लगता हे…तेरा प्यार तुझे आज़माता बहुत हे..
*******
सबब तलाश करो…..अपने हार जाने का,,
किसी की जीत पर रोने से कुछ नहीं होगा..
*******
लेकर के मेरा नाम मुझे कोसता तो है,
नफरत ही सही, पर वह मुझे सोचता तो है…
*******
खुद को खुद की खबर न लगे
कोई अच्छा भी इस कदर न लगे….
आपको देखा है उस नजर से
जिस नजर से आपको नजर न लगे ..
*******
छुपा लूंगा तुझे इस तरह से मेरी बाहों में;
हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;
हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;
कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे।
*******
पूछते थे ना कितना प्यार है हमें तुम से
लो अब गिन लो… ये बूँदें बारिश की…
*******
इस कदर उधार लेके खाया है मेने,,,कि दुकानदार भी हमारी जिंदगी की दुआ करते हैं…
*******
घर में तो अब क्या रक्खा है ! वैसे आओ तलाश करें,
शायद कोई ख्व़ाब पड़ा हो इधर उधर किसी कोने में…
*******
तेरे प्यार में हुनर आ गया है
वकीलों सा,
मुझसे मिलने की
तारीख पर तारीख दिए जाते हो …
*******
रोक कर बैठे हैं कई समंदर आँखों में
दगाबाज़ हो सावन तो क्या…
हम खुद ही बरस लेंगे…
*******
हो गई हो कोई भूल, तो दिल से माफ़ कर देना….
सुना है कि, सोने के बाद, हर किसी की सुबह नहीं होती..!!
*******
तम्मन्ना है की कोई हमारी सख्शियत से भी प्यार करे।
वरना हैसियत से प्यार तो तवायफ़े भी करती हैं।
*******
दिल है कदमों पे किसी के सर झुका हो या न हो,
बंदगी तो अपनी फ़ितरत है, ख़ुदा हो या न हो।
*******
यूँ तो सिखाने को ज़िन्दगी बहुत कुछ सिखाती है…!!
मगर ,,
झूठी हंसी हँसने का हुनर तो बस मोहब्बत ही सिखाती है…!!
*******
मैँ कैसा हूँ’ ये कोई नहीँ जानता,
मै कैसा नहीँ हूँ’
ये तो शहर का हर शख्स बता सकता है…
*******
एक तेरे बगैर ही ना गुज़रेगी ये जिंदगी….
बता मैँ क्या करूँ सारे ज़माने की मोहब्बत लेकर॥
*******
जेबका वजन बढाते हुए
अगर दिलपे वजन बढे….
तो समझ लेना
कि सौदा घाटेका ही है..!
*******
उस्ताद ए इश्क सच कहा तूने.,
बहुत नालायक हूँ मै…
मुद्दत से इक शख्स को अपना बनाना नही आया.
*******
“कुछ लोग दुनिया से डर कर फैसले छोड़ देते हैं ,
और कुछ लोग हमारे फैसले से डर कर
दुनिया छोड़ देते हैं…!!
*******
चांद रोज़ छत पर आकर इतराता बहुत था,
कल रात मैंने भी उसे तेरी तस्वीर दिखा दी.
*******
हम ना कहते थे वक्त ज़ालिम है,
देखलो ! ख़्वाब हो गए तुम भी।
*******
औरों के लीए जीते थे, कीसी को कोई शीकायत न थी।
अपने लीए जीने का क्या सोचा, सारा ज़माना दुश्मन हो गया…
*******
कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी,
एक मै हूँ और एक दोस्ती तेरी…!!
*******
रात भारी सही कटेगी ज़रूर बापु,
दिन कडा था, मगर गुज़र के रहा..
*******
वो दुआएं काश मैने दीवारों से मांगी होती,,
ऐ खुदा……
सुना है कि उनके तो कान होते है…
*******
तुम्हारे ख्वाबों को गिरवी रखके…
तकिये से रोज़ रात थोड़ी नींद उधार लेता हु..
*******
शायरी मेरा शौक नहीं….
ये तो मोहोब्बत की कुछ सज़ाएं हैं…
*******
पलकें खुली सुबह तो ये जाना हमने,
मौत ने आज फिर हमें ज़िन्दगी के हवाले कर दिया.!
*******
हर बार मिली है मुझे अनजानी सी सज़ा,
मैं कैसे पूछूं तकदीर से मेरा कसूर क्या है।
*******
नरम नरम फूलों का रस निचोड़ लेती है..
पत्थर के दिल होते है तितलियों के सीने में…
*******
अजीब सी बेताबी है तेरे बिना,
रह भी लेते है और रहा भी नही जाता…
*******
“जाने क्यों रिश्तों में जज्बात बदल जाते हैं.
कभी लोग तो कभी हालात बदल जाते हैं.”
*******
लोग जाते हे मंदीर मस्जीद, दुआ मांगने राम से,
जनमदीन हो मुबारक, तु मीला हमे साकी जाम से |
*******
दुअा करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत,
यह एक चिराग कई आंधियो पर भारी है !!
*******
ना इश्क़ हार मानता
और ना ही दिल बात मानता
क्यों नहीं तुम ही मान जाते,,,,
*******
“टूट जाऊँ मोहब्बत में या फिर टूट कर मोहब्बत करुँ….
इस बार मेरे पास बस इक यहीं रास्ता हैं..”
*******
सिगरेट के साथ बुझ गया सितारा शाम का,
मयखाने पुकारे.. ग्लास की उम्र होने आई है…
*******
लोग मेरी दीवानगी को फ़कीरी समझते रहे..
मैं तो उसे देखने की खातिर भीक मांगता रहा ..
*******
“ज़माना जब भी मुझे मुश्किल मे डाल देता है.
मेरा ख़ुदा हज़ार रास्ते निकाल देता है”..
*******
दुनियाँ की हर चीज ठोकर लगने से टूट जाया करती है दोस्तो…
एक ” कामयाबी ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है …!!”
*******
जब तक हम किसी के हमदर्द नही बनते,
तब तक हम दर्द से और दर्द हमसे जुदा नही होता…!!!
*******
एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए..
मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए…
*******
लगता है बारिश भी मैखाने जाकर आती है..!!
कभी गिरती, कभी संभालती,
तो कभी लड़खड़ा कर आती है..!!
*******
क्या रोग दे गई है ये नए मौसम की बारिश,
मुझे याद आ रहे हैं मुझे भूल जाने वाले…!!!!
*******
इतने जालिम न बनो कुछ तो दया सीखो,
तुम पे मरते हैं तो क्या मार ही डालोगे।।
*******
शीशे में डूब कर पीते रहे उस
‘जाम’ को…
कोशिशें तो बहुत की मगर,
भुला न पाए एक ‘नाम’ को !!
*******
मैने फल देख के इन्सानों को पहचाना है,
जो बहुत मीठे हों अंदर से सड़े रहते हैं !
*******
गुलाम हु मै अपने घर के संस्कारो का ,
वरना मै भी लोगो को उनकी औकात दीखाने का हुनर रखता हुं..!!!
*******
तुझमेँ और मुझमेँ फर्क है सिर्फ इतना,
तेरा कुछ कुछ हूँ मैँ,और मेरा सब कुछ है तू…..
*******
जो न मानो तो फिर तोल लेना तराजू के पलड़ों पर,
तुम्हारे हुस्न से कई ज्यादा मेरा इश्क भारी है।
*******
फटी जेब सी ज़िन्दगी, सिक्को से दिन…
लो आज फिर ..इक गिर कर गुम हो गया..!!
*******
इक न इक रोज़ कहीं ढूँढ ही लूँगा तुझको,,
ठोकरें ज़हर नहीं हैं, कि मैं खा भी न सकूँ..
*******
सिर्फ ख्वाबो से ही नही मिलता सुकुन सोने का ,
किसी की याद मे जागने का मजा ही कुछ और है…
*******
तु मिल गई है ताे मुझ पे नाराज है खुदा,
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है..!!
*******
तुम सामने आये तो, अजब तमाशा हुआ..
हर शिकायत ने जैसे, खुदकुशी कर ली..!!
*******
निग़ाहों में अभी तक दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया.. !!
भरोसा ही कुछ ऐसा था,तेरे लौट आने का…!!
*******
परेशान न हो, में गम में नहीं हुं,
सिफॅ मुस्कराने कीआदत चली गई हैं !
*******
ख़ुशी तकदीरो में होनी चाहिए,
तस्वीरो में तो हर कोई खुश नज़र आता है…
*******
तू बदनाम ना हो,
सिर्फ इसलिये जी रहा हूं मै
वरना तेरी चौखट पे मरने का
इरादा तो रोज़ ही होता है…..
*******
शब्द मुफ्त मिलते है…,
आप जिस तरह उपयोग करे,
वैसी कीमत चुकानी पड़ती है…।
*******
जाम तो उनके लिए है
जिन्हें नशा नहीं होता
हम तो दिनभर “तेरी यादों के
नशे में यूँ ही डूबे रहते है।
*******
जहर …
मरने के लिए थोडा सा.. !
लेकिन.
जिंदा रहने के लिए ……. बहुत
सारा पीना पड़ता है ..!!
*******
नाम छोटा है मगर दील बडा रखता हुँ….¡¡¡
पैसो से इतना अमीर नही….¡¡¡
मगर अपने यारो के गम खरीदने की औकात रखता हु…
*******
मुश्किलोंकी लहरोंको चिरकर मंजील हम पा लेंगे..
ऐ जिंदगी तु बस देखती जा..
*******
“जो तालाबों पर चौकीदारी करते हैँ.
वो समन्दरों पर राज नहीं कर सकते”..
*******
यार तो अक्सर मदिरालय मे हीं मिलते हैं,
वर्ना अपने तो मंदिर में भी मुँह मोड़ते हैं…
*******
जब हो थोड़ी फुरसत, तो अपने मन की बात हमसे कह लेना…….
बहुत खामोश रिश्ते…. कभी जिंदा नहीं रहते…….
*******
दुनिया में रहने के लिये दो ही जगह अच्छी हे,
किसीके ‘दिल’ में या किसीके ‘दुआ’ में. दिल तो हमारे नसिब नही, बस दुवा में याद रखना….
*******
मत पूछ के किस तरह से चल रही है जिन्दगी…….,,,
उस दौर से गुजर रहे है…..,,जो गुजरता ही नही..!
*******
लब ये कहते हैं कि चलो अब मुस्कुराया जाये,
सोचती हैं आखे, दिल से दगा कैसे किया जाये….!!
*******
एक तरफ एक क़ातिल है एक तरफ एक हसीना !
मै क़ातिल की तरफ गया,सोचकर की वो एक ही बार मौत देगा !!
*******
कह दो अपने दांतों को, क़ि हद में रहें,
तेरे लबों पे बस मेरे लबों का हक़ है…
*******
अब ढूढ़ रहे हें , वो मुझ को भूल जाने के तरीके…!!
खफा हो कर उसकी मुश्किलें आसन कर दी मेने..!!
*******
“एक ही बात इन लकीरों में अच्छी हैं..
धोखा देती हैं, मगर रहती हाथ में ही हैं..”
*******
खुदा भी आख़िर पुछेगा मुझसे,,
मुझे पाँच वक़्त…उसे हर वक़्त..
*******
तफसीले छोड़ो…
बस इतना सुनो…
तुम बिछड़ गए…
हम बिखर गए…
*******
जुबाँ न भी बोले तो,
मुश्किल नहीं…
फिक्र तब होती है जब…
खामोशी भी बोलना छोड़ दें…।।
*******
क्यों गरीब समझते हैं हमें ये जहां वाले,
हजारों दर्द की दौलत से मालामाल हैं हम…
*******
हम रखते है ताल्लुक तो निभाते है जिंदगी भर,
हम से बदले नहीं जाते रिश्ते, लिबासो की तरह.
*******
एक तेरी ख़ामोशी जला देती है इस पागल दिल को;
बाकी तो सब बातें अच्छी हैं तेरी तस्वीर में !!!
*******
एक बस तुम से बात हो जाए तो रात को दिल कहता है..
“आज दिन अच्छा था”…….
*******
लबों पे अपने कुछ सवाल ले आते थे रोज़… वो इन्हें चूमकर… अक्सर जवाब छोड़ जाया करती थी…
*******
कुछ कुछ सिगरेट के धुएँ का काम था,
और बाकी का काम
तुम्हारे लबों पे सुलगते इश्क ने
और ये लब मेरे… काले से हो गए…
*******
सब वैसा ही है,
कल जैसा।
बस मैं तुमसा हो गया,
और तुम आज भी वही हो,
बेखबर।
*******
मेरे हर ख़्वाब को पूरा करने का ख़्वाब देखते हैं पिताजी…
कुछ सपने उनके अधूरे रह गए होंगे शायद….
*******
अभी मुठ्ठी नहीं खोली है मैंने आसमां सुन ले..
तेरा बस वक़्त आया है मेरा तो दौर आएगा…!!
*******
खामोशियाँ कर दें बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ्जों में उतारे नहीं जाते…
*******
मुफ्त मे अहसान न लेना यारों ,,,
दिल अभी ओर भी सस्ते होंगे बाज़ार में …..
*******
अब समझ लेते हैं, मीठे लफ़्ज़ की कड़वाहटें ,
हो गया है ज़िन्दगी का तजुर्बा थोड़ा बहुत…
*******
इतना कीमती न कर तू खुद को,अक्सर लोग मँहगी चीजों को देखकर छोड़ देते हैं!
*******
सुखे पेड़ों पर परिन्दे भी नहीं आते,,
मुफ़लिसी हो तो मेहमान भी घर नहीं आते..
*******
लोग कहते हैं कि तुम्हारी आसतिन मे साँप है ।
मगर क्या करें हमारा वजूद ही चंदन का है ।
*******
तु मिल गई है ताे मुझ पे नाराज है खुदा..
कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है..!!
*******
कितने झूठे हो गये है हम,
बच्चपन में अपनों से भी रोज रुठते थे, आज दुश्मनों से भी मुस्करा के मिलते
है!!
*******
जो फ़किरी मिजाज रखते हे वो ठोकरो मे भी ताज रखते हे ,
जीनको कल की फ़िकर नही वो मुठ्ठी मे भी आज रखते है ॥
*******
इश्क की गहराईयों में खूबसूरत क्या है,
मैं हूँ, तुम हो और कुछ की ज़रुरत क्या है!!?
*******
मेरी दोस्ती का फायदा उठा लेना, क्युंकी…
मेरी दुश्मनी का नुकसान सह नही पाओगे…!
*******
छोटे थे तो सब नाम से बुलाते थे
बड़े हुए तो बस काम से बुलाते है!
*******
लौट आता हूँ वापस घर की तरफ…
हर रोज़ थका-हारा, आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ।
*******
मैं एकेला नही रहता हुं जब मैं मेरे साथ होता हूँ ,
मैं तन्हा हो जाता हूँ जब मैं तेरे साथ होता हूँ…
*******
हँस कर दर्द छुपाने की कारीगरी मशहूर है मेरी,,,
पर कोई हुनर काम नहीं आता ,जब तेरा नाम आता हैं…!!
*******
ये खामोश मिजाजी तुम्हें जीने नहीं देगी ,,,
इस दुनिया में जीना है तो कोहराम मचा दो।।
*******
मुझे इतना नीचे भी मत गिराना हे ईश्वर! कि मैं पुकारूँ और तू सुन ना पाये;
और इतना ऊँचा भी मत उठाना कि तू पुकारे और मैं सुन ना पाऊं।
*******
तुझे हकीक़त में अक्सर लोग मुझसे छीन लेते हैं,
तुम मिलने मुझसे आया करो अब सिर्फ ख़्वाबों में।
*******
अमीर होता तो खरीद लाता दिल नकली…!
दिलदार हूँ इसलिये दे रहा हू दिल असली…!
*******
तु भी समज जाओगे अंजामे मौहब्बत ऐ दोस्त,
मौत किस्तो मे जब आती है तो बहुत ददॅ होता है…
*******
मैं तेरे नसीब कि बारिश नहीं जो तुजपे बरस जाऊं!
तुजे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए!
*******
दर्द सेहने की आदत कुछ इस कदर हाे गई,
की जब दर्द नहीं मिलता ताे दर्द हाेता है..!!
*******
वो अच्छा है तो अच्छा है,वो बुरा है तो भी अच्छा है,,
दोस्ती के मिजाज़ में, यारों के ऐब नहीं देखे जाते!!
*******
मुझे लिख कर कही महफूज़ कर लो दोस्तो ..
आपकी यादाश्त से निकलता जा रहा हूँ में !!
*******
आओ ….. ताल्लुकात को कुछ और नाम दें,
..
ये दोस्ती का नाम तो बदनाम हो गया..
*******
आसमा में मत ढूढ अपने सपनों को,
सपनों के लिए तो जमी जरूरी है.
सब कुछ मिल जाये तो जीने का क्या मजा,
जीने के लिए एक कमी भी जरूरी है…
*******
मैं सब जगह हूँ…|| पसंद करने वालों के “दिल” में, और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…
*******
जंगल मे जब शेर चैन की निन्द सोता है,
तो कुतो को गलतफहमी हो जाती है
के इस जंगल मे अपना राज है…
*******
सुना है मोहब्बत कर ली तुमने भी
अब किधर मिलोगे ?
पागलखाने या मैखाने…!!!
*******
ऐ खुदा काश तेरा भी एक खुदा होता तो
तुझे भी ये अहसास होता कि,
दुआ कुबुल ना होने पे कितनी तकलीफ होती है…
*******
जिन्दगी प्यार की दो चार घड़ी होती है |
कोन सी चीज महुब्बत से बड़ी होती है ||
*******
उसे बोल दो कि मेरे खवाबो मे ना आया करे,
रोज आँख खुलती हे और दिल टुट जाता हे!!
*******
उसे हम याद आते है मगर फुर्सत के लम्हों में !
यह बात और है की उसे फुर्सत ही नहीं मिलती .
*******
आओ कुछ देर ज़िक्र कर्रें उन दिनों का,
जब तुम हमारे और हम तुम्हारे थे..!!
*******
वो मेरि होगि तो लोट आएगि एक दिन मेरे पास,
हम जिसे प्यार कर्ते हे उसे कैद नहि कर्ते..!!!
*******
तूम्हारे बाद मेरा कोन बनेगा हमददॅ ..;;
मेने अपने भी खो दीए.. तूम्हे पाने कि जीद मे …;
*******
तेरी चुप्पी ग़र… तेरी कोई मज़बूरी है.!.
तो रहने दे… इश्क़ कौन सा ज़रूरी है..!!
*******
हमने अपने नसिब से ज्यादा अपने दोस्तो पर
भरोसा रखा है.”क्यु की नसिब तो बहोत बार बदला है”. लैकिन मेरे दोस्त अभी भी वहि है”
*******
जा जाकर धड़क उसके सीने में ऐ दिल…
हम उसके बिना जी रहे है तो तेरे
बिना भी जी लेंगे!!….
*******
निकले थे कुछ अच्छा करने, पर बदनाम हो गए…
अब अफसोस क्या करना जब सरेआम हो गये…!!
*******
दुखती रग पर ऊँगली रखकर पूछ रही हो कैसे हों …
तुमसे ये उम्मीद नहीं थी दुनिया चाहे जैसी हों …
*******
सजा तो मुझे मिलना ही थी मोहब्बत में !
मैंने भी तो कई दिल तोड़े थे तुझे पाने के लिए!
*******
रेस वो लोग करते है जीसे अपनी किस्मत आजमानी हो,
हम तो वो खिलाडी है…!!
जो अपनी किस्मत के साथ खेलते है.
*******
झूठ अगर यह है कि तुम मेरे हो,तो यकीन मानो , मेरे लिए सच कोई मायने नहीं रखता…
*******
मैं तेरे नाम का एक सपना हूँ
और तू?
तू मेरे हिस्से की नींद हैं
जो मुझसे दूर… बहुत दूर रहती हैं…
*******
खुशियाँ तो कब की रूठ गयी हैं काश की,
इस ज़िन्दगी को भी किसी की नज़र लग जाये..
*******
उसे किस्मत समझ कर सीने से लगाया था ए दोस्त…..
भूल गये थे के किस्मत बदलते देर नहीं लगती…
*******
कह दो अपने दांतों को, क़ि हद में रहें,
तेरे लबों पे बस मेरे लबों का हक़ है…
*******
वो दोस्त मेरी नजर में
बहुत माएने रखते है,
वक़्त आने पर सामने
जो मेरे आइने रखते है…
*******
ये इश्क भी क्या चीज़ है ग़ालिब..
एक वो है जो धोखा दिए जाते हैं..
और एक हम है,
जो मौका दिए जाते हैं……
*******
समंदर के बीच पहुँच कर फ़रेब किया तुमने,
तुम कहते तो सही किनारे पर ही डूब जाते हम…
*******
दर्द तो अकेले ही सहते हैं सभी.
भीड़ तो बस फ़र्ज़ अदा करती है….
*******
प्यार के नाम पे यहाँ तो लोग खून पीते है,
मुझे खुद पे नाज़ है की मैं सिर्फ शराब
पीता हु..!!!
*******
पलकों की हद को तोड़ कर दामन पे आ गिरा,
एक अश्क़ मेरे सब्र की तौहीन कर गया….
*******
दूर ईतना ही जाना ….
की तेरी आहट से आवाज़ मेरी टकराती रहे …
*******
इधर आ रक़ीब मेरे, मैं तुझे गले लगा लूँ
मेरा इश्क़ बे-मज़ा था, तेरी दुश्मनी से पहले…
*******
मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,
दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हु मैं…
*******
गुनाह है गर इश्क तो……………
कबूल है मुझे हर सज़ा इश्क की…
*******
उसने यह सोचकर अलविदा कह
दिया……
गरीब लोग हैं, मुहब्बत के सिवा क्या देँगे…..!!
*******
न करवटे थी न बेचैनियाँ थी,,
क्या गजब की नीँद थी मोहब्बत से पहले…
*******
मैंने पूछा लोग कब चाहेंगे, मुझे
मेरी तरह……
बस मुस्कुरा के कह दिया सवाल अच्छा है….!!
*******
लफ़्ज़ों से काश बयाँ कर पातें,
ख़ामोशियाँ क्या असर करती हैं..!!!
*******
लिपटे तुझसे कुछ यूँ… कि बिछड़ने का तरीक़ा भूल गए…
*******
तुमसे पहले भी रातें बीतती थी बिना नींद के ही…
तुम्हारे आने से इन आंखों को जागने का एक मतलब मिल गया…
*******
साला किस्मत भी ऐसी है की जिस दिन मेरा सिक्का चलेगा न,
ठीक उसी दिन सरकार सिक्कों पे रोक लगा देगी।
*******
चले जाएंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर… कदर क्या होती है ये तुझे वक्त सिखा देगा…
*******
एक आह पे मेरी गिरते थे जिनके हजारो आंसू…..
आज वो भी मेरे ज़ख्मो पे मुस्कुराने लगे ….!
*******
दर्द की चाहत किसे होती है मेरे दोस्त,
ये तो मोहब्बत के साथ मुफ़्त में मिलता है..!!
*******
बहुत मुस्कुरा रहे हो जनाब,
लगता है तुम्हारा इश्क अभी नया नया है ।..
*******
ऐ जिंदगी तू सच में बहुत ख़ूबसूरत है…!
फिर भी तू, उसके बिना अच्छी नहीँ लगती…!!
*******
उनकी चाल ही काफी थी इस दिल के होश उड़ाने के लिए…
अब तो हद हो गई जब से वो पाँव में पायल पहनने लगे !!
*******
हैसियत की बात ना कर दोस्त,
तेरी जेब से बड़ा मेरा दिल है.!!
*******
शायरी से ज्यादा प्यार मुझे कहीं नही मिला..
ये सिर्फ वही बोलती है, जो मेरा दिल कहता है…!!!
*******
क्या हुआ अगर हम किसी के दिल में नहीं धड़कते, आँखों में तो बहुतों के खटकते हैं…
*******
ना हि हम नेता हे ओर ना हि गुंडे पर ,,
जहा जाते वहा लोग हाथ जोडते कयुकि हम ठककर है।।।।
*******
ख्वाईशें बाादशाहों को गुलाम बना लेती है,
पर सब्र गुलाम को बादशाह बना देता है..!!!
*******
अब अगर हमको खुशी मिल भी गई तो कहाँ रखेंगे
हम….
आँखों में हसरते है और दिल में किसी का ग़म….
*******
पैदा तो सभी मरने के लिये ही होते है..
पर मौत ऐसी होनी चाहिए, जिस पर जमाना अफसोस करे…!!
*******
कभी किसी की, मोहब्बत को मत परखना मेरे दोस्त…
क्योकि..
किसी गरीब कपड़ो के अन्दर, एक अमीर दिल मौजूद हो सकता है..!
*******
‘सब्र’ एक ऐसी ‘सवारी’ है जो अपने ‘सवार’ को कभी गिरने नहीं देती;
ना किसी के ‘क़दमों’ में और ना किसी के नज़रों ‘में’।
*******
बस इन्सान ही है जो किसी से मिलता जुलता नहीं,
वरना ज़माना तो भरपूर मिलावट का चल रहा है…….
*******

No comments:

Post a Comment